Thursday, April 7, 2011

kab talak.......

कब तलक ज़िन्दगी यूँ साथ देगी
कब तलक यूँ प्यार की बरसात होगी
कब तलक यूँ जूझते रहेंगे सब
कब तलक इक नयी शुरुआत होगी

कब तलक  बस आप ही सरताज होंगे
कब तलक बस आपका ही राज होगा
कब तलक घिसेंगी ये एड़ियां 
कब तलक नयी न कोई आग़ाज़ होगी

कब तलक आंसुओं के बूँद पीकर 
कब तलक बस इक फ़रियाद होगी 
कब तलक दूसरों की फरमाइशों पर
कब तलक साँसे यूँ बर्बाद होंगी

कब तलक इंसानियत की वजह से 
कब तलक हैवानों के हाथ होगी
कब तलक ख़्वाबों के कारवां पर
कब तलक सपनो में ही संवार होगी.......

1 comment:

  1. amazing creation........


    ummid sath rahegi aakhiri saans tak,jindgi abhi baki hai kahin...........

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