ik roz
Saturday, August 20, 2011
आज तो लेकिन हद हो गयी
हम रुके पर कारवां बढ़ता गया....
Friday, August 19, 2011
काश कि आज वो शहर मिल जाए
जहाँ स्याह रात के बाद सहर हो जाए.......
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